दरोगा ने तेजाब पीड़िता के खिलाफ जुटाए सबूत

तेजाब पीड़िता की साजिश की पोल व अपनी पत्नी को बेगुनाह साबित करने के लिए दरोगा नरेंद्र कुमार ने सुबूत जुटाए हैं। पीड़िता की टिकटॉक वीडियो और डीजीपी कार्यालय के बाहर बनी वीडियो को आधार बनाकर दरोगा तेजाब हमले को फर्जी बता रहे हैं। दरोगा ने एसएसपी से डीजीपी तक जांच कराने की मांग की है।
एसएसपी आवास के पास एक युवती के ऊपर दरोगा नरेंद्र कुमार की पत्नी और दो अज्ञात युवकों ने दस दिन पहले तेजाब डाला था। जिसकी रिपोर्ट सिविल लाइन थाने में दर्ज है। पुलिस की जांच पीड़िता के खिलाफ चल रही है। पीड़िता डीजीपी से मुलाकात कर निष्पक्ष जांच कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर चुकी है। इस मामले की जांच में पुलिस उलझ गई है। पुलिस का दावा है कि तेजाब की पुष्टि नहीं हुई है। जबकि पीड़िता दावा कर रही कि सिविल लाइन थाने की पुलिस दरोगा की पत्नी को बचाने का प्रयास कर रही है।
शुक्रवार को दरोगा नरेंद्र कुमार एसएसपी ऑफिस पहुंचे। जहां दरोगा नरेंद्र ने पीड़िता की होली की टिकटॉक वीडियो दिखाई। जिसमें पीड़िता के हाथ पर तेजाब का कोई निशान नहीं दिख रहा। दूसरी वीडियो डीजीपी कार्यालय के बाहर की है, जिसमें पीड़िता के दाएं हाथ को झुलसा दिखाया है, जबकि हमले में बायां हाथ तेजाब से जलना बताया था। हालांकि, इस वीडियो में अभी असमंजस की स्थिति बनी है। क्योंकि पीड़िता के हाथ में एक शिकायती पत्र भी है। जिसेे देखने से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि वीडियो से छेड़छाड़ की गई है। दरोगा का दावा है कि पीड़िता के खिलाफ उसके पास काफी सुबूत हैं, जिसके आधार पर पुलिस को मुकदमे में एफआर लगानी पड़ेगी।